
प्रदूषण के मुद्दे पर बदनामी झेल चुके वापी के उद्योगों को एक बड़ा झटका मिला है। वापी के उद्योगों से निकलने वाले दूषित पानी को ट्रीट करने वाली सीईटीपी को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दस करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। ट्रिब्यूनल में सन् 2016-17 में आर्यावर्त फाउन्डेशन द्वारा सीईटीपी में निर्धारित मापदंडों का पालन न करने तथा प्रदूषण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई गई थी। सीईटीपी ( कॉमन एफ्लुएन्ट ट्रीटमेन्ट प्लांट) वापी ग्रीन एन्वायरो लिमिटेड द्वारा संचालित किया जाता है। मामले की सुनवाई ट्रिब्यूनल के चार वरिष्ठ जजों की पैनल ने यह बड़ा जुर्माना लगाया है। जिसके बाद से यहां…